पंडित प्रदीप मिश्रा जी Biography of Pandit Pradeep Mishra in Hindi
नमस्कार दोस्तों ! आपका स्वागत है हमारे आज के इस आर्टिकल में, जिसके माध्यम से आप पंडित प्रदीप मिश्रा जी की जीवनी (Biography of Pandit Pradeep Mishra in Hindi) के बारे में जानेंगे। सबसे पहले बता दें कि इस आर्टिकल में हम आपको Pandit Pradeep Mishra ki biography in Hindi के अंतर्गत आने वाले सभी जानकारियों से आपको अवगत करवाएंगे। यहां आप केवल Pandit Pradeep Mishra Birth, Pandit Pradeep Mishra Family, Wife, Children और Pandit Pradeep Mishra Career के बारे में ही नहीं बल्कि Pandit Pradeep Mishra totkeसे संबंधित जानकारी भी पाएंगे। तो चलिए बिना देर किए जानते हैं पंडित प्रदीप मिश्रा का जीवन परिचय (Pandit Pradeep Mishra kajivanparichay)।
पंडित श्री प्रदीप मिश्रा जी का परिचय (Introduction of PanditshreePradip Mishra) :
पंडित प्रदीप मिश्रा जी हिंदू सभ्यता से जुड़े एक प्रसिद्ध कथावाचक तथा भजनकार हैं जो अपने भजनों से पूरे समाज का मन मोह लेते हैं। इनके द्वारा प्रस्तुत भजन सुनने वालों के दिलों-दिमाग में एक अलग ही भाव प्रकट कर देता है।PanditPradip Mishra kebhajanकाफीसुखदाई होते हैं।वे भजनकार के साथ साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रसिद्ध कहानीकार के रूप में भी जाने जाते हैं।
पंडित श्री प्रदीप मिश्रा जी का जन्म (PanditPradip MishraBirth) :
पंडित प्रदीप मिश्रा जी का जन्म सन् 1980 में मध्य प्रदेश के सीहोर नाम के जिले में हुआ था। उनके पिताजी श्री रामदयाल मिश्रा जी थे जिनका देहान्त 2 जून को हृदय की गति अचानक रूकने से हुई। उनके माताजी के बारे में कोई भी जानकारी प्राप्त नहीं है। पंडित श्री प्रदीप जी मिश्रा जी के दो भाई दीपक मिश्रा जी और विनय मिश्रा जी है। पंडित श्री प्रदीप जी मिश्रा जी एक शादीशुदा पुरुष हैं परंतु वे अपनी निजी जिंदगी को सार्वजनिक नहीं करते हैं। इसलिए उनकी पत्नी या बच्चों के बारे में कोई जानकारी प्राप्त नहीं है।
पंडित श्री प्रदीप मिश्रा जी का करियर ( Pandit Shree Pradip Mishra career ) :
मिश्रा जी एक हिंदूवादी भक्त हैं जो अपने वाणी से लोगों को काफ़ी प्रभावित कर देते हैं तथा उनका स्वभाव बिल्कुल सरल व्यक्तितत्व वाले इंसान के रूप में परिभाषित किया जाता है जो दूसरों की मदद के लिये हमेशा तैयार रहा करते है। बस इन्हीं स्वभाव के कारण तथा अन्य विद्याओं को सिख कर आज एक कथावाचक के रूप में प्रसिद्ध हो गये हैं।
इनके द्वारा दिये गये प्रवचन के विडियोफ़ेसबुक या यूट्यूब जैसे ऑनलाइन प्लेटफार्म पर आसानी से उपलब्ध हैं जहाँ से हम उनके भक्ति के प्रति अपनी सोच, भावना, विचारों को देख और समझ पायेंगें। श्री मिश्रा जी अपना पूरा जीवन भजनों, भक्ति, कथाओं में व्यतीत कर दिये हैं।
पंडित श्री प्रदीप जी मिश्रा के टोटके (PanditshreePradip Mishra je ketotke) :
पंडित प्रदीप जी मिश्रा सीहोर के उपाय की बात करें तो बता दें कि Pandit Pradeep Mishra जी ने हमारे जीवन को सुचारू रूप से चलाने और सफलता प्राप्त करने के लिए काफी ऐसे टोटके बताए हैं, जो आपके जीवन को सुखमय बना सकते हैं। आइए जानते हैं पंडित प्रदीप जी मिश्रा सीहोर के उपाय (Pandit Pradeep Mishra jikeupay in Hindi) –
(1) कर्जे मुक्ति के उपाय –
मिश्रा जी के अनुसार किसी व्यक्ति पर अधिक कर्ज हो गया हो, धन आने के सभी रास्ते लगभग से बंद हो गये हैं, चारों तरफ़ से उधारी ने घेर लिया है तो उस व्यक्ति के लिये सबसे उपयोगी वट वृक्ष है जिसपे रोजाना नहा कर एक लोटा पानी डालने से उस व्यक्ति के उपर से विपत्ती का नाश होता है तथा कर्ज से धीरे धीरे मुक्ति मिलती है।
(2) सोमवार के उपाय –
पंडित मिश्रा जी के अनुसार सोमवार के दिन यदि व्यक्ति भगवान भोलेनाथ के साथ पार्वती माता तथा नन्दी जी महाराज पर जल चढ़ाये तो जिंदगी में क्लेशों से छुटकारा मिलता है तथा मनोकामना भी पूर्ण होती है।इससेकष्टोंका निवारण होता है।
(3) मन को एकाग्र और सारी उलझनों को दूर करने के उपाय –
मिश्रा जी के अनुसार किसी भी समय मन अगर विचलित हो जाये, उलझनें चारों ओर से घेर ले तो तुरंत ही शिव जी के 12 ज्योतिर्लिंगों के मंत्रों का जाप करने से मन में उठ रही अशान्ति से मुक्ति मिलती है। जिस किसी दिन मन अशान्त रहें, कुछ समझ न आ रहा हो कि क्या करें, मन में कई तरह के बुरे-बुरे ख्याल आ रहे हो तब आप कुशा आसन में लगभग 15-20 मिनट बैठकर किसी भी मन्त्र का मन ही मन जाप करें। इससे आपकी मन में उठ रहे सभी भय का नाश करेगा।
(4) पढ़ाई को लेकर उपाय-
मिश्रा जी कहते हैं सभी प्राणी की बौद्धिक क्षमता एक सी नहीं होती है। कोई बच्चा पढ़ने में तेज होता है तो किसी को पढ़ाई में बिल्कुल भी मन नहीं लगता है। तो ऐसे बच्चों के लिये मिश्रा जी ने उपाय बताया है कि थोड़े से शहद में नौमुखी रुद्राक्ष डाल दीजिये और रात भर उसे वैसा ही रहने दीजिये। फ़िर दूसरे दिन सुबह उस बच्चे को शिव मंदिर जाके उस शहद तथा रुद्राक्ष को बाबा भोलेनाथपे चढ़ा दीजिये और उस शहद को किसी पात्र में थोड़ा सा ले के उस बच्चे को ग्रहण करवा दीजिये। इससे कुछ ही दिनों आपके बच्चे पे असर दिखने लगेगा।
(5) कार्यसिद्धि के लिये उपाय –
यदि किसी व्यक्ति की नौकरी नहीं लग रही हो, व्यापार मंदा चल रहा हो, धन-संपदा की कमी हो, घर में पैसे की कमी चल रही हो तो मिश्रा जी के अनुसार सोमवार के अष्टमी को 7 बेलपत्र लीजिये और केसर का चंदन बना लीजिये। फ़िर प्रत्येक बेलपत्र की बीच वाली पत्ती पर केसर के चन्दन से ॐ बना लीजिये तथा फ़िर सातों बेलपत्र को शिव जी के शिवलिंग पर श्रद्धा से अर्पित कर दीजिये। फ़िर उन सातों बेलपत्रों को एक लाल कपड़े में रख के बांध कर अपने पास रख लीजिये और उस कपड़े को अपनी तिजोरी या पैसे रखने के स्थान या व्यापार के जगह पे रख दीजिये। बस फ़िर धीरे धीरे आपके ऊपर सारी समस्याओं का निवारण भोलेनाथ कर देंगे ।
निष्कर्ष (Conclusion)
हम आशा करते हैं कि आज के इस आर्टिकल में, पंडित प्रदीप मिश्रा जी की जीवनी (Biography of Pandit Pradeep Mishra in Hindi) के बारे में आपको पूरी जानकारी मिल गई होगी। Pandit Pradeep Mishra ki biography in Hindi के अंतर्गत हमने Pandit Pradeep Mishra Birth और Pandit Pradeep Mishra Career के साथ-साथ Pandit Pradeep Mishra totkeसे जुड़े जानकारी भी दिए हैं। जानकारी पसंद आने पर इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें ताकि लोग भी इस आर्टिकल का लाभ उठा सकें।