UP election 2022
Up election 2022 आने वाले वर्ष 2022 में उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव (2022 Uttar Pradesh legislative assembly election) यानी कि UP Election 2022 होने वाला है। यदि बात करें UP Election 2022 date की तो जानकारी के लिए बता दें यह चुनाव फरवरी और मार्च महीने के आस-पास विधानसभा के सभी सदस्यों के चुनाव के लिए होगी। इस विधानसभा चुनाव के 403 सदस्यों को फिर से चुना जाएगा
साल 2017 में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव की समय अवधि की समाप्ति 14 मई 2022 को होगी। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ फिर से यूपी के मुख्यमंत्री बन सकते हैं। पिछला चुनाव साल 2017 में फरवरी-मार्च महीने में संपन्न हुआ और उस समय बीजेपी पार्टी की विजय हुई। एवं योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री के पद पर नियुक्त किया गया।
समाजवादी पार्टी के द्वारा लगातार भाजपा पार्टी के विरुद्ध शिकंजी कसे जा रहे हैं। अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ के विरुद्ध कहा कि हमारे राज्य के सीएम सेतु लैपटॉप भी नहीं चलाया जाता। उन्होंने कहां की आज के समय में बेरोजगारी और महंगाई बहुत बड़ा मुद्दा है लेकिन इसके विरूद्ध कोई भी कदम उठाए नहीं जा रहे हैं। आइए जानते हैं UP Election 2022 के बारे में और भी कई महत्वपूर्ण जानकारी, जिसके अंतर्गत हम इस इलेक्शन संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारियां आपके साथ शेयर करेंगे जो कुछ इस प्रकार है –
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री 2022 (UP Chief minister 2022)
साल 2022 में होने वाले मुख्यमंत्री एवं विधानसभा के चुनाव में कई लोगों द्वारा अनुमान लगाए जा रहे हैं कि उत्तर प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री कौन बन सकते हैं।
योगी आदित्यनाथया अखिलेश यादव, कौन बनेंगेयूपी के मुख्यमंत्री?(Yogi Adityanath or Akhilesh Yadav, who will be the Chief Minister of UP?)
यूपी इलेक्शन चुनाव आने वाला है जिसके कारण पूरे उत्तर प्रदेश में खलबली मची हुई है। सभी पार्टियां अपने अपने पार्टी के प्रचार प्रसार में व्यस्त है। सत्ता पार्टी बीजेपी को सभी निशाना बनाए हुए हैं और उन पर लगातार कई पार्टियों के द्वारा शब्दों के बाण चलाए जा रहे हैं। हालांकि आदित्यनाथ पूरी तरह से इस काम में जुटे हैं कि उनकी जनता को यह याद रहे कि बीजेपी पार्टी के द्वारा कितने अच्छे काम को किया गया है। अभी कुछ कह पाना मुश्किल है कि कौन सी पार्टी को जीत हासिल होगी। लेकिन एग्जिट पोल से अनुमान लगाया जा सकता है कि 2017 में 312 सीट जीतने के बाद सत्ता में आने वाली बीजेपी पार्टी फिर से यूपी में लगभग 239 से 245 तक सीट हासिल कर अपने पैर जमा कर रखने वाली हैं।
ओपी राजभर उत्तर प्रदेश के होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए काफी एक्टिव नजर आ रहे हैं। उनका यह दावा है कि यूपी के अगले मुख्यमंत्री के रूप में केवल अखिलेश यादव ही श्रेष्ठ है। अखिलेश यादव द्वारा ओमप्रकाशराजभर की पार्टी के साथ गठबंधन करने का मुख्य उद्देश्य अपनी तरफ वोट को आकर्षित करना था। राजभर बोर्ड के द्वारा बड़े से बड़े पार्टियों की वोटों में खलबली मचा सकता है। यूपी में कई ऐसे जिले हैं जिनके ऊपर पूरी तरह से राजभरकास्ट अपना गढ़ जमाए बैठे हैं। अखिलेश यादव ने ओमप्रकाशराजभर को सभी पार्टियों के द्वारा लुभाने की कोशिश की जा रही है। लगभग 40 सीटों पर राजभर समुदाय का दबदबा बना हुआ है जो मायने रखता है। हालांकि राजभर ने अखिलेश यादव के साथ गठबंधन किया। ओमप्रकाशराजभर पूरी तरह से अखिलेश यादव के साथ हैं।
विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की स्थिति (position of samajwadi party in assembly elections 2022)
समाजवादी पार्टी बीजेपी के बाद आ सकती है दूसरे नंबर पर- एग्जिट पोल को देखते हुए यह हिसाब लगाया जा सकता है कि साल 2017 में हुए चुनाव में जितनी वोट सपा को हासिल हुए उसकी तुलना में वर्ष 2022 में समाजवादी पार्टी बाजी मारने वाली है। परंतु पहले की तुलना में अधिक वोट प्राप्त करने के बावजूद जीत हासिल करते हुए नजर नहीं आ रही है।
UP Election 2022 में यूपी के मुसलमानों का फैसला (Decision of Muslims of UP in UP Election 2022)
यूपी के मुसलमानों द्वारा किया गया बीजेपी को वोट देने का फैसला- उत्तर प्रदेश के बागपत नामक स्थान पर यूपी के मुसलमानों द्वारा एक पंचायत बुलाया गया। इस पंचायत को बुलाने का उद्देश्य था कि मुसलमानों द्वारा भाजपा पार्टी को वोट दिया जाए। वहां की स्थानीय लोगों का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकाल में उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ा। जिसके कारण वे लोग आगे भी बीजेपी को ही देखना चाहते हैं। उनका कहना है कि योगी आदित्यनाथ और मोदी सरकार के द्वारा उन्हें काफी लाभ दिए गए। जिन सभी सुविधाओं का लाभ उठाकर वे लोग अपने राज्य में बेहद खुश हैं। उत्तर प्रदेश में लगभग 20% मुस्लिम मतदाता हैं। अतः यहां के मुसलमानों के वोट पाकर कई फैसले भी बदल सकते हैं।
UP Election 2022 में यूपी के किसानों का मत (Vote of UP farmers in UP Election 2022) :
उत्तर प्रदेश के सभी किसान अपने मत के महत्व को समझ चुके हैं। किसानों के वोट से भी किसी भी पार्टी के जीत और हार में परिवर्तन आ सकता है। हालांकि उत्तर प्रदेश में किसानों की जनसंख्या अधिक है अतः उनके वोट का काफी महत्व है। ऐसे में सबसे बड़ा प्रश्न यह उठता है कि किसान किसको देने वाले हैं अपना वोट? फिलहाल यूपी में इससे बड़ा कोई प्रश्न नहीं। अब देखने वाली बात है कि यूपी के किसान किसका देने वाले हैं साथ। हालांकि सभी पार्टियां किसानों को अपनी और कई तरह से खींचने की कोशिश कर रही है। अब यूपी के किसानों के हाथ में है कि वह यह सियासती मामला किसके हाथ में सौंपना चाहते हैं।
टूटने वाला है फिर से UP Election 2022 का रिकॉर्ड:
रसड़ा विधानसभा जो यूपी के घोषित संसदीय क्षेत्र में स्थित है उस पर भूमिहार समाज समुदाय के लोगों का काफी महत्व है। विधानसभा चुनाव में अनुसूचित जाति, जनजाति एवं पिछड़े वर्ग के लोगों के वोट भी काफी महत्वपूर्ण सिद्ध होते हैं। चाहे समाजवादी पार्टी कितनी ही कोशिश क्यों ना कर ले, आज तक वह सत्ता अपने हाथ में ना ले पाए। हालांकि बीजेपी सरकार जो अभी सत्ता में है, उसने भी केवल एक ही बार जीत हासिल की।
पिछले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में रसड़ा नामक स्थान पर सुभासपा को बीजेपी की तुलना में अधिक वोट प्राप्त हुए। इस साल एग्जिट पोल को देखते हुए या अनुमान आराम से लगाया जा सकता है कि फिर से बीजेपी अपना दबदबा बनाने वाली है और यूपी के लगभग सभी जगहों पर अपने पार्टियों का झंडा फहराने वाली है।