Navratri October 2021| Navratri 2021 Date | Navratri 2021 festiv
शारदीय नवरात्री 2021 : जानिए नवरात्रि क्यों मनाई जाती है |
दोस्तों आज में आपको आने वाले एक बहुत लोक्रपिय त्यौहार के बारे में बताऊंगा जिसका नाम सुनते ही लोग बहुत खुस हो जाये है जी है दोस्तों आज में आपको नवरात्रि त्यौहार के बारे में बताऊंगा
शारदीय नवरात्री का त्यौहार इस साल ७ ओक्टोबर २०२१ को शुरू होने वाला है नवरात्री का त्यौहार साल में २ बार मनाया जाता है|नवराति ऐसा त्यौहार है जिस्का नाम सुनते ही बचे बूढ़े जवान सभी लोग बहुत खुस हो जाते है खासकर गुजरात में इस त्यौहार को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है
क्यों मनाई जाती है नवरात्री Navratri 2021
नवरात्री साल में २ बार मनाया जाता है एक जब गर्मियों की शुरुवात होती है और दूसरा जब सर्दियों की शुरुवात होती है| मान्यता है की श्री रामजी ने इस त्यौहार की सुरुवात की थी जब वह लंका युद्ध के लिए जाने वाले थे तब उन्होंने दुर्गा पूजा करके विजयी होने का आशीर्वाद लिया था तभी से नवरात्री मनाई जाती है नव दिन लोग माँ दुर्गा की पूजा अर्चना करते है और नवदिन गरबे खेलते है
इसलिए मनाया जाता है नवरात्रि का त्योहार Navratri 2021
सदियों से हम नवरात्रि मानते आ रहे है देश के अलग अलग हिस्सों में इसे अलग अलग तरीको से मनाया जाता है | इस के पीछे एक कहानी है। महिसासुर नाम का एक बहुत ही ताकतवर राक्षश था जिसके पास बहुत सी शक्तिया थी वो राक्षश अमर होना चाहता था और सीके लिए उसने ब्रह्माजी की घोर तपस्या की और उसकी तपस्या से खुस होकर ब्रह्माजी ने उसे वरदान मांगने के लिए कहा तो महिसासुर ने अमर होने का वरदान माँगा
उसकी बाटे सुनकर ब्रह्मान्जी ने कहा की जो प्राणी ने जन्म लिया है उसे मरना ही होता है कोई भी अमर नहीं हो सकता तुम कोई दूसरा वरदान मांग सकते हो तो महिसासुर ने वरदान माँगा की मेरी मृत्यु न किसी देवता से हो न किसी असुर से और न ही किसी मानव से मेरी मुरतु किसी स्त्री के हटो हो तब ब्रह्मान्जी ने ततस्तु कहा और उसे वरदान दे दिया
महिसासुर ने वरदान लेकर सभी देवताओ पर अत्याचार सुरु कर दिया और राक्षसों का राजा बन गया सभी देवताओं ने मिलकर उसका सामना भी किया हलाकि उनका युद्ध में भगवन शिव विशु ने भी साथ दिया लेकिन सभी को पराजय का सामना करना पड़ा और देवलोक पर महिसासुर का राज हो गया
महिसासुर का सामना करने के लिए देवताओ ने एकजुट होकर भगवन विशु और आदि शक्ति की आराधना की उन सभी के सरीर से एक रौशनी प्रकट हुई जो एक सुन्दर स्त्री के रूप में प्रकट हुई और उन्होंने देवी दुर्गा का रूप धारण किया। देवी दुर्गा को देख कर महिसासुर उन पर मोहित हो गया और उनसे विवाह करने की कोशिस करता रहा
महिसासुर से विवाह करने के लिए देवी दुर्गा ने एक शर्त राखी की अगर वो देवी दुर्गा से युद्ध करे और अगर युद्ध जित गया तो देवी दुर्गा विवाह करेंगी नो दिन युद्ध चला और १० वे दिन देवी ने महिसासुर का वध कर दिया तब ही से नवरात्री का त्यौहार मनाया जाता है
दोस्तों आपको यह जानकारी किसी लगी मुझे कमेंट कर के अवश्य बताये