Biography of Bappi Lahiri in Hindi || Bappi Lahri Hit Songs || bappi lahri Death
बप्पी लहरी की जीवनी (Biography of Bappi Lahiri in Hindi)
नमस्कार दोस्तों! आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से संगीत की दुनिया में जाने-माने संगीतकार बप्पी लहरी की जीवनी (Bappi Lahiri ki jivani) के बारे में बताने जा रहे हैं। बप्पी लहरी की जीवनी के अंतर्गत हम आपको बप्पी लहरी के प्रारंभिक जीवन (Bappi Lahiri early life) से लेकर उनके निधन (Bappi Lahiri death) तक के बारे में बताएंगे। तो आइए बप्पी लहरी के जीवन के बारे में जानते हैं –
बप्पी लहरी का परिचय (Introduction of Bappi Lahiri)
फिल्मी जगत में एक गायक के रूप में बप्पी लहरी ने अपनी एक अलग पहचान बना ली है। वह एक सफल गायक और संगीतकार के रूप में उभर कर आते हैं। सोने से भरे जेवर पहने हुए बप्पी लहरी एक अलग पहचान बनाते हुए संगीत की दुनिया में मशहूर हो गए।
बप्पी लहरी का प्रारंभिक जीवन (Bappi Lahiri Early Life)
बप्पी लहरी का जन्म (Bappi Lahiri birth) 27 नवंबर, 1952 को जलपाईगुड़ी, पश्चिम बंगाल में हुआ था। बचपन से ही उन्हें संगीत के प्रति रुचि थी। 3 साल की उम्र में उन्होंने तबला बजाना आरंभ कर दिया था और जब वह 13 साल के हुए तो उन्होंने अपना पहला गाना गाया था। उनका असली नाम अलोकेश लहरी था। फिल्मी जगत में आने के बाद उन्होंने अपना नाम बदलकर बप्पी लहरी रख दिया। बप्पी दा को क्रिकेट और फुटबॉल देखना बहुत पसंद था।
बप्पी लहरी का करियर (Bappi Lahari Career)
बप्पी लहरी एक खुशमिजाज इंसान थे इसलिए उन्हें सभी प्यार से बप्पी दा और डिस्को किंग भी बुलाते थे। 80 के दशक में अधिकतर गाने बप्पी लहरी द्वारा ही गाए गए थे जिनसे उन्हें एक अलग पहचान मिली थी। बचपन से ही बप्पी लहरी को गाने का बहुत शौक था और उनकी प्रेरणा एसडी बर्मन थे। बप्पी लहरी जब 17 साल के थे तो वह एच डी बर्मन के गाने सुना करते थे और याद किया करते थे। एक ऐसे दौर में जब लोग रोमांटिक गाना पसंद करते थे तब बप्पी लहरी ने डिस्को डांस से सब का परिचय करवाया था।
1972 में उन्होंने अपना पहला गाना बंगाली सिनेमा ‘दादू’ में गाया था। हिंदी फिल्मों में उन्होंने अपना पहला गाना 1973 में नन्हा शिकारी में गाया था। बप्पी लहरी ने 1975 में ताहिर हुसैन की हिंदी फिल्म जख्मी से अपनी पहचान मजबूत बना ली थी। फिल्म जख्मी में उन्होंने मोहम्मद रफी और किशोर कुमार के साथ गाना गाया था। इस फिल्म में गाना गाने के बाद बप्पी लहरी सिर्फ ऊंचाइयों को ही छूते गए और वह इतने प्रसिद्ध व्यक्ति बन गए कि उन्होंने हिंदी फिल्म उद्योग में एक नए युग का आरंभ किया। बप्पी लहरी सिर्फ गायक ही नहीं बल्कि एक सफल अभिनेता, म्यूजिक डायरेक्टर और रिकॉर्ड प्रोड्यूसर भी है।
बप्पी लहरी का परिवार (Bappi Lahiri Family)
बप्पी लहरी का परिवार (Bappi Lahiri family) शुरू से ही गायन से ताल्लुक रखता था। बप्पी लहरी के पिता अपरेश लहरी एक बंगाली गायक हुआ करते थे और उनकी माता बांसरी लहरी भी एक बांग्ला संगीतकार हुआ करती थी। बप्पी लहरी अपने माता पिता के इकलौते बच्चे थे। बप्पी लहरी की पत्नी का नाम चित्रणी लहरी है। चित्रणी लहरी से बप्पी दा की शादी 24 जनवरी, 1977 में हुई थी। बप्पी दा के बेटे का नाम बप्पा लहरी और बेटी का नाम रीमा लहरी है। फिल्मी जगत के जाने-माने कलाकार किशोर कुमार बप्पी लहरी के मामा हुआ करते थे।
बप्पी लहरी का व्यक्तित्व (Bappi Lahiri Personality)
बप्पी लहरी की बात होने से उनके व्यक्तित्व का एक अलग ही नजारा देखने को मिलता है। 80 और 90 के दशक में बप्पी लहरी की एक अपनी अलग पहचान होती थी।बप्पी लहरी के आंखों का रंग भूरा और बालों का रंग काला था। उनका कद 5 फुट 4 इंच और उनका वजन 82 किलोग्राम था।उन्हें सोने के जेवर पहनना बहुत ही पसंद था। बप्पी दा सोने को लकी मानते थे।
बप्पी दा 1.5 किलोग्राम सोना रोज पहनते थे। सोना चोरी ना हो जाए उसके लिए उन्होंने चार बॉडीगार्ड रखे हुए थे।उनके लुक में एक अलग ही स्टाइल नजर आता था। बातचीत करने से, उनके बातों से सिर्फ देश की बोली चाली ही नहीं बल्कि विदेशी पहचान भी झलकती थी। उन्हें ट्रैक सूट और कुर्ता पायजामा पहनना काफी पसंद था। उन्हें चश्मा पहनना इतना पसंद था कि वह गर्मी और सर्दी सभी मौसम में उसे पहना करते थे।
बप्पी लहरी को खाने में रिवर फिश और आलू पोस्तो काफी पसंद था। बप्पी लहरी धूम्रपान और शराब से काफी दूर रहते थे। बप्पी लहरी अमिताभ बच्चन और सलमान खान के बहुत ही बड़े फैन थे। उन्हें माधुरी दीक्षित काफी पसंद थी। 1996 में बप्पी लहरी ने अपने पहले लाइव शो में माइकल जैकसन को निमंत्रण दिया था। बप्पी दा ने राजनीति के क्षेत्र में भी अपना हाथ 2014 को भाजपा की तरफ से पश्चिम बंगाल के श्रीरामपुर से आजमाया था।
बप्पी लहरी के कुछ खास गानें (Bappi Lahiri Hit Songs)
बप्पी लहरी ने अपने समय में काफी गाने गाए हैं लेकिन कुछ ऐसे गाने हैं जो आज भी सभी के जुबां में छाया रहता है। याद आ रहा है, सुपर डांसर, बॉम्बे से आया मेरा दोस्त, ऐसे जीना भी क्या जीना है, यार बिना चैन कहां रे, रात बाकी, ऊ ला ला ऊ ला ला इत्यादि ऐसे गाने हैं जो अपने अपने जमाने में काफी प्रसिद्ध हुए थे। बप्पी लहरी के गाने युग के हर पीढ़ी को पसंद आता है।
बप्पी लहरी उपलब्धि (Bappi Lahiri Achievement)
1980 के दशक से लेकर अभी तक बप्पी लहरी को काफी अवॉर्ड्स में चुना गया और नवाजा गया था। फिल्म शराबी के लिए उन्हें बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर के रूप में अवॉर्ड्स मिल चुके हैं। 2018 में बप्पी लहरी को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से भी नवाजा गया।
बप्पी लहरी का निधन (Bappi Lahiri Death)
संगीत की दुनिया में जाने-माने बप्पी लहरी का निधन (Bappi Lahiri death) 16 फरवरी 2022 को क्रिटिकेयर अस्पताल में हो गया। Bappi Lahiri death in Hindi की बात करें तो बता दें कि सुबह के 11:45 बजे उन्होंने अपनी आखिरी सांसें ली। 69 वर्ष के बप्पी लहरी ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया (OSA) और रीकरेंट चेस्ट इन्फेक्शन से पीड़ित थे। लहरी के निधन (Bappi Lahiri death) के साथ-साथ संगीत की दुनिया में एक युग का अंत हो गया।
निष्कर्ष (Conclusion)
हम आशा करते हैं कि इस आर्टिकल के द्वारा आपको बप्पी लहरी के जीवनी (Bappi Lahiri Biography in Hindi) के बारे में बहुत कुछ जानने को मिलेगा। इस आर्टिकल में बप्पी लहरी की शुरुआती जीवन से लेकर उनकी निधन तक की सारी बातें शामिल है। हालांकि आज हमारे बीच बप्पी लहरी नहीं रहे लेकिन जब भी उनके गानों को सुना जाएगा तब बप्पी लहरी को याद किया जाएगा। यदि बप्पी लहरी से जुड़ी यह बातें आपको पसंद आए तो अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें। साथ ही आपको यह आर्टिकल कैसी लगी इस बारे में हमें इस आर्टिकल से जुड़ी फीडबैक जरूर दें।
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