Ghulam Nabi Azad Biography Hindi
नमस्कार दोस्तों! आज हम इस आर्टिकल के सहारे भारत के वरिष्ठ राजनेता और भारतीय कांग्रेस के पूर्व सदस्य ग़ुलाम नबी आज़ाद की जीवनी – Ghulam Nabi Azad Biography Hindi का परिचय देंगे । आज हम Gulam Nabi Azad biography in Hindi से जुड़ी हुई हर एक जानकारी यानी इनका जन्म , इनकी शुरुआती शिक्षा , राजनीतिक जीवन और अन्य तथ्यों के बारे में जानेंगे।
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ग़ुलाम नबी आजाद (Gulam Nabi Azad) का परिचय :
ग़ुलाम नबी आजाद मुख्य रूप से भारतीय राजनेता के रूप में जाने जाते हैं जिन्होंने 2005 से 2008 तक जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री के पद पर कार्य किया है और उस राज्य को संभाला , हालांकि यह बात अलग है कि उन्होंने 3 साल तक ही यह कार्यभार संभालने के बाद इस्तीफा दे दिया। आजाद इंडियन नेशनल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में से एक है चुके हैं । कांग्रेस का कार्यकाल खत्म होने के बाद उन्होंने भारतीय सभा में विपक्ष नेता के रूप में भी कार्य किया है। ग़ुलाम नबी आजाद 2014 से 2021 तक भारतीय सभा के विपक्ष नेता बने रहें जिसके बाद उन्होंने खुद ही इस्तीफा दे दिया।
ग़ुलाम नबी आजाद का जन्म एवं परिवार (Gulam Nabi Azad Birth and family) :
ग़ुलाम नबी आज़ाद की जीवनी – Ghulam Nabi Azad Biography Hindi के अंतर्गत उनके जन्म और परिवार की बात करें तो ग़ुलाम नबी आजाद भारत के लोकप्रिय नेताओं में से एक हैं जिन्होंने कश्मीर के मुख्यमंत्री पद पर रहकर वहां के प्रशासन को बहुत अच्छी तरह से संभाला हुआ था। इनका जन्म 7 मार्च 1949 में जम्मू कश्मीर के ग्राम सोती, भदरवाह, जिला डोडा स्थान में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री रहमतुल्ला और माता का नाम श्रीमती बादशाह बेगम है। 1980 में उन्होंने famous Kashmir singer शमीम देव आज़ाद नामक स्त्री से विवाह किया। जिसके बाद उनकी दो संतानें हुई एक बेटा और एक बेटी। उनके बेटी का नाम सोफिया नबी आज़ाद और बेटे का नाम सद्दाम नबी आजाद हैं। वे अपने दोनों बच्चों से बहुत ही ज्यादा प्रेम करते हैं।
ग़ुलाम नबी आजाद की शिक्षा (Education of Ghulam Nabi Azad) :
ग़ुलाम नबी आजाद हो अपनी प्रारंभिक से लेकर अंतिम शिक्षा तक की पढ़ाई जम्मू कश्मीर में रहकर ही की। उनकी प्रारंभिक शिक्षा जम्मू कश्मीर से हैं। उन्होंने अपनी बैचलर की डिग्री जम्मू से ही complete की और उसके बाद Master of Science in Zoology की पढ़ाई उन्होंने कश्मीर से पूरी की। उनकी लास्ट क्वालिफिकेशन मास्टर ऑफ साइंस इन जियोलॉजी हैं। आजाद मुख्य रूप से राजनीति की ओर आकर्षित थे।
ग़ुलाम नबी आजाद का स्थानीय पता (Ghulam Nabi Azad residential address) :
ग़ुलाम नबी आजाद के दो स्थानी पते हैं। इनके पास दो अलग-अलग बंगले हैं। इनका पहला बंगला, बंगला नंबर 2 जम्मू के पनामा चौक, गांधी नगर में स्थित है और दूसरा बंगला, बंगला नंबर 9 जम्मू और कश्मीर के श्रीनगर में हैदरपोरा बाईपास में स्थित है। ग़ुलाम नबी आजाद का वर्तमान पता नई दिल्ली (नई दिल्ली -110011) के साउथ एवेन्यू है ।
ग़ुलाम नबी आजाद का राजनीतिक करियर (Ghulam Nabi Azad political career) :
ग़ुलाम नबी आजाद वरिष्ठ राजनेताओं में से एक जाने जाते हैं जिन्होंने इंडियन नेशनल कांग्रेस में रहकर कई पदों पर कार्य किया और समाज की सेवा की।ग़ुलाम नबी आजाद ने 1973 में सर्वप्रथम राजनीति में कदम रखा। ग़ुलाम नबी आजाद ने ब्लेसा की कांग्रेस कमेटी मैं 1973 से 1975 तक ब्लॉक सचिव के पद पर कार्य किया। इसके बाद वे 1975 में जम्मू और कश्मीर के Youth Congress President के अध्यक्ष बने।
1977 में उन्होंने डोडा जिले के कांग्रेस की अध्यक्षता निभाई और अपने मेहनत के दम पर उनको Indian Youth Congress के General Secretary का कार्यभार मिला। 1980 में वह पहली बार मुंबई के वाशिम लोकसभा द्वारा चुने जाने के बाद लोकसभा पहुंचे। इंदिरा गांधी की सरकार द्वारा आजाद को Deputy Minister of Law, Justice and Company Affairs (1982) का कार्यभार मिला। वर्ष 1985 में आजाद लोकसभा दूसरी बार सांसद सदस्य बने जिसके बाद उन्हें Food and Civil Supplies के राज्य मंत्री का पद मिला।
ग़ुलाम नबी आजाद 6 वर्ष तक राज्यसभा के सांसद पद पर बने रहे। उन्होंने यह कार्यभार साल 1990 से साल 1996 तक संभाला। इन्होंने अपने कार्यकाल में जनता की खूब सेवा की और संसद में अपनी अलग ही एक जगह बनाई। इतना ही नहीं इनको नर हिंसा राव की सरकार में भी कार्य मंत्री का पद मिला जिसके बाद उन्होंने civil aviation minister का कार्यभार संभाला।
आजाद के नेतृत्व में कांग्रेस जम्मू कश्मीर की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई। इतने में उनका राजनीतिक करियर खत्म नहीं होता है बल्कि इसके बाद ग़ुलाम नबी आजाद ने जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री का कार्यभार संभाला। 2005 में आजाद ने Chief Minister पद की शपथ ली। 3 साल तक उन्होंने यह कार्यभार संभाला और अंत में 2008 में People’s Democratic Party द्वारा समर्थन न मिलने के कारण उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया। लेकिन इन 3 सालों में उन्होंने लगातार जम्मू कश्मीर की जनता की सेवा की और उनके दिल में अपनी जगह बनाई।
मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद मनमोहन सिंह की सरकार में ग़ुलाम नबी आजाद को स्वास्थ्य मंत्री का पद दिया गया। जब तक कांग्रेस की सरकार चली तब तक वे इस पद पर बने रहे। 2014 में हुए चुनाव के बाद जब कांग्रेस पार्टी भारतीय सत्ता से बाहर हुई और बीजेपी की सरकार बनी और नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री के पद पर आएं तो फिर आजाद को राज्यसभा के विपक्ष के पद के लिए नेता चुना गया।2014 से 2021 तक उन्होंने विपक्ष नेता के रूप में कार्य किया। ग़ुलाम नबी आजाद को 2015 में फिर से राज्यसभा के लिए चुना गया लेकिन आज वह राज्यसभा में नहीं है। उनका कार्यकाल समाप्त हो चुका है और वे अपने परिवार के साथ अभी रिटायरमेंट की जिंदगी जी रहे हैं।
Indian National Congress के सदस्य होने के बावजूद भी कांग्रेस को छोड़कर अन्य पार्टियों में भी इनके व्यवहार बहुत ही अच्छे थे। अन्य पार्टियों के सदस्य भी इन्हें राय मशवरा देने आया करते थे। जरा सी भी उनमें स्वार्थपरता या लालच की भावना नहीं थी ।वे अपने काम को बहुत ही ज्यादा लगन से करते थे और जनता के हित के बारे में सोचते थे। यही कारण है कि कांग्रेस के नेता होने पर भी और विपक्ष नेता के रूप में कार्य करने पर भी इनके संबंध बाकी नेताओं से बहुत ही अच्छे हैं।
निष्कर्ष (conclusion)
हम उम्मीद करते हैं कि ग़ुलाम नबी आज़ाद की जीवनी – Ghulam Nabi Azad Biography Hindi के अंतर्गत आपको ग़ुलाम नबी आजाद के जीवन से जुड़ी हर जानकारी के बारे में पता चल गया होगा। इस आर्टिकल में हमने ग़ुलाम नबी आजाद जैसे वरिष्ठ राजनेता के जन्म से लेकर रिटायरमेंट तक की सारी इनफार्मेशन देने की कोशिश की है। आज भले ही ग़ुलाम नबी आजाद रिटायरमेंट की जिंदगी जी रहे है और राज्यसभा में नहीं हैं, फिर भी राज्यसभा में उनकी छाप देखी जाती है। उन्होंने बड़े लंबे समय तक कार्यभार संभाला है। ग़ुलाम नबी आज़ाद की जीवनी – Ghulam Nabi Azad Biography Hindi के बारे में जानकारी यदि आपको अच्छा लगा हो तो आप इसे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों में जरूर शेयर करें और उन्हें भी ग़ुलाम नबी आजाद के बारे में जानने का सौभाग्य दें।
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